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चॉकलेट के डब्बों में छिपाए थे सांप, तोते और खरगोश;

पुणे एयरपोर्ट पर वन्यजीव तस्करी का भंडाफोड़, दो गिरफ्तार

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पुणे। पुणे के लोहगांव अंतरराष्ट्रीय हवाई अड्डे पर सीमा शुल्क विभाग ने एक बड़ी कार्रवाई करते हुए वन्यजीव तस्करी का प्रयास विफल कर दिया। बैंकॉक से लौटे दो यात्रियों के बैगों से चॉकलेट के डब्बों में छिपाकर लाए गए दुर्लभ विदेशी वन्यजीव बरामद किए गए। अधिकारियों ने इन दोनों यात्रियों को हिरासत में लिया है।

क्या मिला तस्करों के पास?
सीमा शुल्क अधिकारियों ने बताया कि जब बैगों की जांच की गई, तो उनमें चॉकलेट के कई डिब्बे और पाउच थे। जांच के दौरान इन डिब्बों में ग्रीन ट्री पाइथन प्रजाति के 14 सांप, ग्रीन आई पैरट प्रजाति के 4 तोते, और सुमात्रा द्वीप पर पाए जाने वाले 2 दुर्लभ खरगोश पाए गए। इस दौरान एक सांप की मृत्यु हो चुकी थी। ये सभी प्रजातियां अंतरराष्ट्रीय वन्यजीव संरक्षण कानून के तहत संरक्षित हैं और इनकी तस्करी अवैध मानी जाती है।

रेस्क्यू टीम की तत्परता
जैसे ही वन्यजीव मिलने की पुष्टि हुई, सीमा शुल्क विभाग ने पुणे वन विभाग के उपवन संरक्षक महादेव मोहिते से संपर्क किया। तत्पश्चात रेस्क्यू चैरिटेबल ट्रस्ट की टीम, मेडिकल अधिकारियों के साथ एयरपोर्ट पर पहुंची। प्रमुख नेहा पंचमिया ने जानकारी दी कि सर्पों को एक छोटे डिब्बे में ठूंसा गया था और तोतों को कपड़े में कसकर लपेटा गया था ताकि उनकी आवाज न आए। सभी जानवरों को तत्काल उपचार और उचित भोजन उपलब्ध कराया गया।

वन्यजीव उपचार केंद्र के डॉ. सात्विक पाठक और डॉ. सुश्रुत शिरभाते ने चिकित्सा सेवा प्रदान की, जबकि रेस्क्यू ट्रस्ट के संचालक नचिकेत उत्पत और हर्षद नगरारे ने समन्वय किया।

अब क्या होगा इन जानवरों का?
रेस्क्यू चैरिटेबल ट्रस्ट के अनुसार, जब किसी देश में अवैध रूप से विदेशी वन्यजीव पकड़े जाते हैं, तो उन्हें अंतरराष्ट्रीय कानूनों के तहत मूल देश (इस मामले में बैंकॉक, थाईलैंड) वापस भेजा जाता है। दो दिन बाद इन्हें वापस बैंकॉक भेजा जाएगा और वहां के सीमा शुल्क तथा प्रशासनिक अधिकारियों को सौंपा जाएगा।

कानूनी कार्रवाई जारी
दोनों आरोपियों से पूछताछ जारी है और उन पर वन्यजीव संरक्षण अधिनियम और अंतरराष्ट्रीय तस्करी कानूनों के तहत कार्रवाई की जा रही है।

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