
पुणे। एक बड़ी सफलता में, रेलवे सुरक्षा बल (RPF) और राजकीय रेलवे पुलिस (GRP) की संयुक्त टीमों ने यात्रियों की संपत्ति से संबंधित दो उच्च-मूल्य चोरी के मामलों को सुलझाया है, जिससे रेलवे सुरक्षा में जनता का विश्वास और मजबूत हुआ है।
ये मामले ट्रेन क्रमांक 11087 (वेरावल–पुणे) और ट्रेन क्रमांक 11049 (अहमदाबाद–कोल्हापुर) में यात्रा कर रहे यात्रियों से लगभग 11 तोले सोने के आभूषण (मूल्य लगभग ₹3,93,000/-) की चोरी से संबंधित हैं।
शिकायत प्राप्त होते ही RPF और GRP की एक संयुक्त टास्क फोर्स गठित की गई। प्रारंभिक जांच में कुख्यात संसी गिरोह के सदस्यों पर संदेह हुआ। पुणे, शिवाजीनगर, लोनावला और मिरज रेलवे स्टेशनों से प्राप्त सीसीटीवी फुटेज के गहन विश्लेषण से गिरोह की संलिप्तता की पुष्टि हुई।
संयुक्त टीम के समन्वित और लगातार प्रयासों से संपूर्ण चोरी गई संपत्ति बरामद कर ली गई और सभी आरोपियों को गिरफ्तार किया गया। यह सफल अभियान IG/RPF, SrDSC/पुणे और SP रेलवे पुणे के सक्षम मार्गदर्शन में संपन्न हुआ।
आरपीएफ ने सभी यात्रियों से अपील की है कि वे यात्रा के दौरान सतर्क रहें और अपने कीमती सामान, विशेष रूप से सोने के आभूषणों, को सुरक्षित रखें। सतर्कता और सावधानी से चोरी जैसी घटनाओं को रोका जा सकता है और सुरक्षित यात्रा सुनिश्चित की जा सकती है।
यह जानकारी मध्य रेल पुणे मंडल पुणे की ओर से जारी एक प्रेस विज्ञप्ति में दी गई है।