महायुति में दरार? पुणे प्रभाग रचना पर बीजेपी से नाराज़ शिवसेना और राष्ट्रवादी

पुणे। पुणे महानगरपालिका चुनावों के लिए प्रारूप प्रभाग रचना घोषित कर दी गई है। इस बार 165 नगरसेवक चुने जाएंगे। इसमें 40 प्रभाग चार-चार सदस्यीय और एक प्रभाग पाँच सदस्यीय रहेगा। लेकिन इस रचना पर केवल विरोधी दल ही नहीं, बल्कि महायुति के सहयोगी दल भी बीजेपी से नाराज नज़र आ रहे हैं।
दरअसल, आरोप लगाया जा रहा है कि प्रशासन द्वारा की गई प्रभाग रचना में बीजेपी का सीधा हस्तक्षेप है। सबसे पहले उपमुख्यमंत्री अजित पवार की राष्ट्रवादी कांग्रेस ने आपत्ति जताई और अब मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे की शिवसेना ने भी बीजेपी पर गंभीर आरोप लगाए हैं।
शिवसेना शहराध्यक्ष नाना भानगिरे ने कहा कि लोकसभा और विधानसभा चुनावों में राष्ट्रवादी, शिवसेना और अन्य घटक दलों को साथ लेकर चला गया था। लेकिन पुणे महापालिका की प्रभाग रचना के समय हमें बिल्कुल भी विश्वास में नहीं लिया गया। “बीजेपी ने युति धर्म नहीं निभाया, इसलिए हम नाराज हैं,” ऐसा भानगिरे ने स्पष्ट किया।
हालांकि उन्होंने यह भी कहा कि शिवसेना महायुति के साथ चुनाव लड़ने को तैयार है, लेकिन अंतिम निर्णय वरिष्ठ नेतृत्व के हाथों में होगा। उन्होंने कार्यकर्ताओं को चुनावी तैयारी के निर्देश भी दिए हैं। भानगिरे ने साफ कहा कि यदि महायुति में चुनाव लड़ना है तो शिवसेना को 35 से 40 सीटें मिलनी चाहिए।
उधर, राष्ट्रवादी कांग्रेस का भी कहना है कि पुणे के मध्यवर्ती प्रभाग जैसे थे वैसे ही रखे गए, लेकिन उपनगरों में बड़े पैमाने पर फेरबदल किए गए हैं, जिससे उन्हें नुकसान होगा।
इस तरह महायुति के दोनों प्रमुख घटक दल – राष्ट्रवादी और शिवसेना – बीजेपी से नाराज हैं। ऐसे में पुणे महापालिका चुनाव से पहले महायुति में दरार पड़ने की चर्चाएँ तेज हो गई हैं।