
पुणे। पूरे 33 घंटे चली गणेश विसर्जन शोभायात्रा के दौरान भक्तिमय माहौल में एक चौंकाने वाली घटना सामने आई। दगडूशेठ गणपती मंदिर परिसर में समाचार संकलन के लिए गई 20 वर्षीय महिला पत्रकार के साथ ढोल-ताशा पथक के सदस्यों द्वारा छेड़छाड़ किए जाने की गंभीर घटना प्रकाश में आई है।
सूत्रों के अनुसार, त्रिताल ढोल-ताशा पथक के कुछ सदस्यों ने महिला पत्रकार के रास्ते में अड़चन पैदा की। इस दौरान एक सदस्य ने जानबूझकर ट्रॉली का पहिया पत्रकार के पैर पर चढ़ा दिया। जब पत्रकार ने इसका विरोध किया, तो आरोपी ने उसे जबरन धक्का देकर अनुचित तरीके से छुआ। इतना ही नहीं, जब उसकी टीम के एक सहकर्मी ने जवाब तलब किया, तो आरोपी ने उसके साथ भी गाली-गलौज कर हाथापाई की।
घटना के बाद पीड़ित पत्रकार ने सीधे पुलिस से संपर्क किया। फरासखाना पुलिस थाने में दो ढोल-ताशा पथक सदस्यों के खिलाफ छेड़छाड़, गाली-गलौज और मारपीट के आरोप में मामला दर्ज किया गया है। पुलिस ने जांच शुरू कर दी है। इस घटना पर विधायक रोहित पवार और शिवसेना की उपसभापति डॉ. नीलम गोर्हे ने तीव्र आक्रोश व्यक्त करते हुए महिला पत्रकार पर हमले की कड़ी निंदा की है।
फोटोग्राफरों से भी धक्कामुक्की
इसी शोभा यात्रा के दौरान लक्ष्मी रोड पर वार्तांकन के लिए पहुंचे फोटोग्राफरों को भी ढोल-ताशा पथक के कुछ सदस्यों ने धक्कामुक्की कर फोटो लेने से रोका और जबरन रास्ते से हटाया।
ढोल-ताशा पथकों में झड़प
बेलबाग चौक पर जिलब्या मारुती मंडल और मुठेश्वर मंडल के ढोल-ताशा पथकों के बीच शोभायात्रा में आगे बढ़ने को लेकर कहासुनी हुई और मामला हाथापाई तक पहुंच गया। हालांकि मंडल कार्यकर्ताओं और पुलिस के त्वरित हस्तक्षेप से बड़ा विवाद टल गया।