
शिवदर्शन स्थित श्री लक्ष्मीमाता मंदिर परिसर में 70 फीट ऊंचा भव्य गोपुर
पुणे। दक्षिण भारत के तमिलनाडु राज्य के मदुरई में 16वीं शताब्दी में निर्मित ऐतिहासिक और स्थापत्य की दृष्टि से अतुलनीय मीनाक्षी मंदिर अब पुणेकरों को अपने ही शहर में देखने का सुनहरा अवसर मिलने जा रहा है। सहकारनगर स्थित शिवदर्शन के प्रसिद्ध श्री लक्ष्मीमाता मंदिर प्रांगण में लगभग एक एकड़ क्षेत्र पर मदुरई मीनाक्षी मंदिर की हूबहू प्रतिकृति तैयार की जा रही है। इसकी जानकारी पुणे नवरात्र महोत्सव समिति के अध्यक्ष एवं पूर्व उपमहापौर आबा बागुल तथा मंदिर समिति के उत्सवप्रमुख हेमंत बागुल ने दी।
उन्होंने बताया कि इस प्रतिकृति में 70 फीट ऊंचा आकर्षक गोपुर, मीनाक्षी मंदिर से जुड़ी पौराणिक कथाएँ, देव-प्रतिमाएँ, संतों और विद्वानों की शिल्प नक्काशी, विभिन्न मंडपों के स्तंभों पर अद्भुत शिल्पकला, रंगीन चित्रकला और अद्वितीय वास्तुशैली का दर्शन पुणेकरों को मिलेगा। संपूर्ण सजावट और शिल्प मुंबई के प्रसिद्ध कला निर्देशक अमन विधाते के मार्गदर्शन में तैयार हो रही है, जिसमें मीनाक्षी माताजी सहित मंदिर के कलात्मक तत्वों का विस्तृत और भव्य रूप में प्रस्तुतीकरण होगा।
इस वर्ष का शारदीय नवरात्र महोत्सव पुणेकरों के लिए खास होने जा रहा है। सुबक और मनमोहक स्थापत्य से सजे इस मंदिर रूपी देखावे से भक्तों को अद्वितीय और दिव्य अनुभव प्राप्त होगा। पुणे नवरात्र महोत्सव समिति पिछले 31 वर्षों से सांस्कृतिक और धार्मिक कार्यक्रमों का आयोजन बड़े उत्साह से करती आ रही है, किंतु इस वर्ष का यह अद्भुत वैभव विशेष आकर्षण का केंद्र रहेगा।
नवरात्रि के पावन दिनों में पुणेकर भक्तों के लिए यह आध्यात्मिक दर्शन और स्थापत्य कला का अनुपम संगम साबित होगा। सभी पुणेकरों से इस अद्वितीय आयोजन का लाभ उठाने की अपील हेमंत बागुल ने की है।



