राज्यस्तरीय शिक्षा परिषद का पुणे में भव्य शुभारंभ
स्कूली उपक्रमों में उत्कृष्ट कार्य करने वाले जिलों को मिलेंगे 5, 3 और 2 करोड़ के पुरस्कार – स्कूली शिक्षा मंत्री दादाजी भुसे की घोषणा

पुणे। राज्य में गुणवत्तापूर्ण और नवाचारपूर्ण शिक्षा उपक्रमों को बढ़ावा देने के लिए सर्वश्रेष्ठ कार्य करने वाले जिलों और महानगरपालिकाओं को प्रोत्साहन राशि के रूप में पुरस्कार दिए जाएंगे। इसमें प्रथम क्रमांक को 5 करोड़, द्वितीय को 3 करोड़ और तृतीय को 2 करोड़ रुपये की पारितोषिक राशि प्रदान की जाएगी। यह घोषणा स्कूली शिक्षा मंत्री दादाजी भुसे ने आज पुणे में की।
बालेवाड़ी स्थित होटल ऑर्किड में आयोजित दो दिवसीय राज्यस्तरीय स्कूली शिक्षा परिषद का उद्घाटन उनके हाथों हुआ। इस अवसर पर शिक्षा विभाग के प्रधान सचिव रणजीत सिंह देवोल, आयुक्त सचिन्द्र प्रताप सिंह, महाराष्ट्र प्राथमिक शिक्षा परिषद के राज्य प्रकल्प संचालक संजय यादव, राज्य शैक्षणिक संशोधन व प्रशिक्षण परिषद के संचालक राहुल रेखावर, राज्य परीक्षा परिषद के संचालक नंदकुमार बेडसे, माध्यमिक व उच्च माध्यमिक शिक्षा संचालक डॉ. महेश पालकर, पुणे शिक्षा संचालनालय (योजना) के संचालक कृष्णकुमार पाटील, बालभारती पाठ्यपुस्तक मंडल की संचालक अनुराधा ओक सहित अनेक मान्यवर उपस्थित थे।
शिक्षा मंत्री भुसे ने कहा कि “शिक्षा आनंददायी, गुणवत्तापूर्ण, जीवनोपयोगी और राष्ट्रीयता से परिपूर्ण होनी चाहिए।” उन्होंने कृत्रिम बुद्धिमत्ता (AI) व आधुनिक तकनीक के उपयोग, पायाभूत संरचना सुधार, प्रधानमंत्री पोषण शक्ति योजना, छात्रवृत्ति परीक्षा और निपुण भारत अभियान पर विशेष बल दिया।
उन्होंने विद्यार्थियों के सर्वांगीण विकास हेतु शैक्षणिक सहली (शैक्षणिक भ्रमण) को आवश्यक बताते हुए ऐतिहासिक स्थलों, कृषि कार्यों और बैंकिंग लेनदेन से विद्यार्थियों को परिचित कराने की बात कही। साथ ही, लोकमाता पुण्यश्लोक अहिल्यादेवी होळकर की 300वीं जयंती पर वकृत्व प्रतियोगिता तथा बिरसा मुंडा की 150वीं जयंती पर प्रश्नमंजूषा आयोजित करने के निर्देश दिए।
भुसे ने घोषणा की कि अगले शैक्षणिक वर्ष से चौथी और सातवीं कक्षा के लिए छात्रवृत्ति परीक्षा पुनः आयोजित होगी। उन्होंने कहा, “विद्यार्थी हमारे लिए देवता हैं और शिक्षक विद्यालय रूपी मंदिर के पुजारी।”
इस अवसर पर शिक्षा विभाग की विभिन्न गतिविधियों की जानकारी दी गई तथा मंत्री भुसे के हाथों शिक्षक एवं अधिकारी-कर्मचारी प्रतियोगिता मार्गदर्शिका का प्रकाशन किया गया, जिसमें 42 प्रतियोगिताओं (36 सामान्य प्रतियोगिता और 6 ओलंपियाड) का समावेश है।
कार्यक्रम का संचालन डॉ. दत्ता थिटे ने किया और आभार प्रदर्शन पुणे के विभागीय उपसंचालक डॉ. गणपत मोरे ने किया।



