पिंचि मनपा का व्यापक नियोजन : दुभाजक और फुटपाथ पर लगाए गए पेड़ों की होगी खास देखभाल

पिंपरी। पिंपरी चिंचवड़ शहर को हरित और प्रदूषणमुक्त बनाने के उद्देश्य से महापालिका ने एक महत्वाकांक्षी अभियान शुरू किया है। इस अंतर्गत शहर के प्रमुख मार्गों के दुभाजक और फुटपाथ पर हर दस मीटर की दूरी पर देशी प्रजातियों के पेड़ लगाए जा रहे हैं। आयुक्त तथा प्रशासक शेखर सिंह की संकल्पना से शुरू हुए इस अभियान की प्रभावी निगरानी के लिए महापालिका ने व्यापक नियोजन किया है।
अतिरिक्त आयुक्त प्रदीप जांभळे पाटील ने हाल ही में इस वृक्षारोपण की प्रत्यक्ष समीक्षा की। उन्होंने क, फ, ब और ड क्षेत्रीय कार्यालयों की हद में प्रमुख मार्गों का दौरा कर पेड़ों की स्थिति, उनकी देखभाल, निगरानी व जियो-फेंसिंग व्यवस्था की जानकारी ली। इस अवसर पर मुख्य उद्यान अधीक्षक महेश गारगोटे, उद्यान अधीक्षक योगेश वाळुंज, सहायक अधीक्षक राजेंद्र वसावे, निरीक्षक दादा गोरड, ज्ञानोबा कांबळे और प्रदीप गजरमल सहित उद्यान विभाग के अधिकारी-कर्मचारी उपस्थित थे।
निरीक्षण के दौरान उन्होंने नेहरूनगर, संतोषी माता चौक-यशवंत नगर चौक, टेल्को रोड, स्पाइन रोड, दत्तु तात्या चिंचवडे चौक, वाल्हेकरवाड़ी ८० फुटी रोड, बिर्ला हॉस्पिटल रोड, चिंचवड़, काळेवाड़ी बीआरटी रोड, कावेरी नगर, कसपटे वस्ती, वाकड आदि क्षेत्रों का दौरा किया। इस दौरान उन्होंने निर्देश दिए कि—
दो पेड़ों के बीच ज्यादा अंतर न रखा जाए।
पेड़ों की कटिंग एक सीध में की जाए।
पेड़ों के आसपास कचरा या प्लास्टिक न रहे।
पेड़ों को बांबू ट्री-गार्ड से सुरक्षित किया जाए।
नियमित पानी दिया जाए और फांद्यां की छंटाई योजनाबद्ध हो।
सड़क किनारे के आयलैंड्स को भी स्वच्छ व हरित किया जाए।
उन्होंने चेतावनी दी कि निर्देशों का पालन न करने वाले और लापरवाही करने वाले ठेकेदारों पर दंडात्मक कार्रवाई होगी। साथ ही क्षेत्रीय कार्यालयों को नियमित रूप से इस कार्य की समीक्षा करने के आदेश दिए। अतिरिक्त आयुक्तों का मानना है कि इस देशी प्रजाति वृक्षारोपण अभियान से शहर का हरित आच्छादन बढ़ेगा, प्रदूषण पर नियंत्रण होगा और पर्यावरण-स्नेही शहर के निर्माण में मदद मिलेगी।
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शहीद अशोक कामटे उद्यान का निरीक्षण
इसी दौरान अतिरिक्त आयुक्त प्रदीप जांभळे पाटील ने वाकड क्षेत्र के शहीद अशोक कामटे उद्यान का दौरा भी किया। यहां उन्होंने खुले व्यासपीठ, सुरक्षा व्यवस्था और शौचालय आदि की स्थिति देखी। साथ ही निर्देश दिए कि उद्यान में पेड़ों पर नियमित फवारनी की जाए, समय पर पानी दिया जाए और आवश्यकता अनुसार अतिरिक्त विद्युत लाइटें लगाई जाएं।



